भारत में कृषि क्रांतियों से सालों से चली आ रही परम्परागत खेती में सुधर हुआ है। भारत के कुल क्षेत्रफल का 51 % भाग पर कृषि की जाती है। इसका उत्पादन बढ़ने के लिए भारत में कृषि क्रांति की शुरुआत 1966-67 से मानी जाती है। इन क्रांतियों का उद्देश्य भारत को खाद्य उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाना है। आइए आज विभिन्न क्षेत्रों से जुड़ी कुछ क्रांतियों के बारे में जानते हैं। नमस्कार मैं हूं विनय चलिए कुछ नया सीखते हैं।
TODAY CURRENT AFFAIRS QUIZ 👇
विभिन्न क्षेत्रों से जुडी कुछ क्रांतियां 👇
हरित क्रांति
हरित क्रांति का संबंध खाद्यान्न उत्पादन से है।भारत में इस क्रांति के जनक एमएस स्वामीनाथन को माना जाता है जबकि विश्व में हरित क्रांति का जनक नोबेल पुरस्कार विजेता नॉर्मन बोरलॉग को माना जाता है।
जबकि हरित क्रांति शब्द विलियम गॉड का दिया हुआ है।
श्वेत क्रांति
श्वेत क्रांति का संबंध दुग्ध उत्पादन से है जिसके जनक वर्गीज कुरियन रहे हैं इसलिए वर्गीज कुरियन को मिल्क मैन ऑफ इंडिया भी कहा जाता है। वर्गीज कुरियन ने अमूल डेयरी की स्थापना की थी
गोल क्रांति
गोल क्रांति का संबंध आलू उत्पादन से है। विश्व में आलू उत्पादन भारत तीसरे स्थान पर है।
पीली क्रांति
पीली क्रांति का संबंध तिलहन उत्पादन से है जिसके जनक सैम पित्रोदा रहे हैं
भूरी क्रांति
भूरी क्रांति का संबंध चमड़ा व कोको उत्पादन से है इसके जनक हीरालाल चौधरी रहे है।
स्वर्ण क्रांति
गोल्डन क्रांति का संबंध फल तथा शहद उत्पादन से है जिसके जनक निर्पख तुतेज रहे हैं। विश्व में फल उत्पादन में भारत दूसरे स्थान पर है जबकि चाइना पहले स्थान पर है।
गुलाबी क्रांति
गुलाबी क्रांति का संबंध प्याज एवं झींगा उत्पादन से है जिसके जनक दुर्गेश पटेल रहे हैं। प्याज उत्पादन में भारत दूसरे स्थान पर है जबकि पहला स्थान चीन तथा तीसरा स्थान अमेरिका का है।
नीली क्रांति
नीली क्रांति का संबंध मछली उत्पादन से है जिसके जनक अरुण कृष्णन हैं। विश्व में मछली उत्पादन में चीन पहले स्थान पर दूसरे स्थान पर इंडोनेशिया तथा उसके बाद भारत का स्थान तीसरा है।
कृष्ण क्रांति
काली क्रांति का संबंध पेट्रोलियम उत्पादन से है विश्व में पेट्रोल उत्पादन में भारत 25 वें स्थान पर है।
रजत रेशा क्रांति
रजत क्रांति का सम्बन्ध कपास उत्पादन से हैं जिसकी जनक इंदिरा गाँधी रही हैं।
लाल क्रांति
लाल क्रांति का सम्बन्ध मांस तथा टमाटर उत्पादन से है जिसके जनक विशाल तिवारी को माना जाता है।
स्वर्ण रेशा क्रांति – जूट (कपास) उत्पादन
ग्रीन गॉल्ड क्रांति – चाय उत्पादन
परामनी क्रांति – भिन्डी उत्पादन
मूक क्रांति – मोटे अनाजों का उत्पादन
व्हाइट गॉल्ड क्रांति – कपास उत्पादन से (तीसरी क्रांति)
सदाबहार क्रांति – समग्र कृषि विकास
सनराइज/सुर्योदय क्रांति – इलेक्ट्रॉनिक उद्योग का विकास
सिल्वर फाइबर क्रांति – कपास उत्पादन
सुनहरी क्रांति – फल उत्पादन
सेफ्रॉन क्रांति – केसर उत्पादन
स्लेटी/ग्रे क्रांति – उर्वरकों का उत्पादन
रजत क्रांति – अंडा उत्पादन
हरित सोना क्रांति – बाँस उत्पादन
बादामी क्रांति – मासाला उत्पादन
खाद्य श्रृंखला क्रांति – वर्ष 2020 तक भारतीय कृषकों की आमदनी को दुगुना करने
N.H.क्रान्ति – स्वर्णिम चतुर्भुज योजना
अमृत क्रांति – नदी जोड़ो परियोजनाएं
इंद्रधनुषीय क्रांति – सभी क्रांतियो पर निगरानी
गंगा क्रांति – भ्रष्टाचार के खिलाफ सदाचार पैदा करने हेतु
खाकी क्रांति – चमड़ा उत्पादन
धुसर/स्लेटी क्रांति – सीमेंट उत्पादन
पंचवर्षीय योजना | panchvarshiya yojana | Hindi
आर्थिक नियोजन की अवधारणा भारत ने रूस देश से ली हैं। ...
26 FEB. 2020 | DAILY CURRENT AFFAIRS QUIZ | HINDI AND ENGLISH
Dear students, to raise your general awareness. Practice with our respected Current Affairs Quiz. Which covers all impor...
हरित क्रांति
हरित क्रांति का संबंध खाद्यान्न उत्पादन से है।भारत में इस क्रांति के जनक एमएस स्वामीनाथन को माना जाता है जबकि विश्व में हरित क्रांति का जनक नोबेल पुरस्कार विजेता नॉर्मन बोरलॉग को माना जाता है।
जबकि हरित क्रांति शब्द विलियम गॉड का दिया हुआ है।
श्वेत क्रांति
श्वेत क्रांति का संबंध दुग्ध उत्पादन से है जिसके जनक वर्गीज कुरियन रहे हैं इसलिए वर्गीज कुरियन को मिल्क मैन ऑफ इंडिया भी कहा जाता है। वर्गीज कुरियन ने अमूल डेयरी की स्थापना की थी
गोल क्रांति
गोल क्रांति का संबंध आलू उत्पादन से है। विश्व में आलू उत्पादन भारत तीसरे स्थान पर है।
पीली क्रांति
पीली क्रांति का संबंध तिलहन उत्पादन से है जिसके जनक सैम पित्रोदा रहे हैं
भूरी क्रांति
भूरी क्रांति का संबंध चमड़ा व कोको उत्पादन से है इसके जनक हीरालाल चौधरी रहे है।
स्वर्ण क्रांति
गोल्डन क्रांति का संबंध फल तथा शहद उत्पादन से है जिसके जनक निर्पख तुतेज रहे हैं। विश्व में फल उत्पादन में भारत दूसरे स्थान पर है जबकि चाइना पहले स्थान पर है।
गुलाबी क्रांति
गुलाबी क्रांति का संबंध प्याज एवं झींगा उत्पादन से है जिसके जनक दुर्गेश पटेल रहे हैं। प्याज उत्पादन में भारत दूसरे स्थान पर है जबकि पहला स्थान चीन तथा तीसरा स्थान अमेरिका का है।
नीली क्रांति
नीली क्रांति का संबंध मछली उत्पादन से है जिसके जनक अरुण कृष्णन हैं। विश्व में मछली उत्पादन में चीन पहले स्थान पर दूसरे स्थान पर इंडोनेशिया तथा उसके बाद भारत का स्थान तीसरा है।
कृष्ण क्रांति
काली क्रांति का संबंध पेट्रोलियम उत्पादन से है विश्व में पेट्रोल उत्पादन में भारत 25 वें स्थान पर है।
रजत रेशा क्रांति
रजत क्रांति का सम्बन्ध कपास उत्पादन से हैं जिसकी जनक इंदिरा गाँधी रही हैं।
लाल क्रांति
लाल क्रांति का सम्बन्ध मांस तथा टमाटर उत्पादन से है जिसके जनक विशाल तिवारी को माना जाता है।
स्वर्ण रेशा क्रांति – जूट (कपास) उत्पादन
ग्रीन गॉल्ड क्रांति – चाय उत्पादन
परामनी क्रांति – भिन्डी उत्पादन
मूक क्रांति – मोटे अनाजों का उत्पादन
व्हाइट गॉल्ड क्रांति – कपास उत्पादन से (तीसरी क्रांति)
सदाबहार क्रांति – समग्र कृषि विकास
सनराइज/सुर्योदय क्रांति – इलेक्ट्रॉनिक उद्योग का विकास
सिल्वर फाइबर क्रांति – कपास उत्पादन
सुनहरी क्रांति – फल उत्पादन
सेफ्रॉन क्रांति – केसर उत्पादन
स्लेटी/ग्रे क्रांति – उर्वरकों का उत्पादन
रजत क्रांति – अंडा उत्पादन
हरित सोना क्रांति – बाँस उत्पादन
बादामी क्रांति – मासाला उत्पादन
खाद्य श्रृंखला क्रांति – वर्ष 2020 तक भारतीय कृषकों की आमदनी को दुगुना करने
N.H.क्रान्ति – स्वर्णिम चतुर्भुज योजना
अमृत क्रांति – नदी जोड़ो परियोजनाएं
इंद्रधनुषीय क्रांति – सभी क्रांतियो पर निगरानी
गंगा क्रांति – भ्रष्टाचार के खिलाफ सदाचार पैदा करने हेतु
खाकी क्रांति – चमड़ा उत्पादन
धुसर/स्लेटी क्रांति – सीमेंट उत्पादन
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पंचवर्षीय योजना | panchvarshiya yojana | Hindi
आर्थिक नियोजन की अवधारणा भारत ने रूस देश से ली हैं। ...
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