युद्ध से होने वाली तबाही को रोकने के लिए एक संगठन का निर्माण करना जरूरी था जिससे दुनिया में अमन और शांति को बनाए रखा जा सके इसीलिए 1945 में UNO की मीटिंग में एक ऐसा संगठन बनाने का प्रस्ताव रखा गया जो शिक्षा और सांस्कृतिक कार्यों में काम करें यह विचार बहुत से देशों को पसंद आया और उन्होंने एक नया संगठन बनाने में दिलचस्पी दिखाई। हां दोस्तों आज मैं उसी संगठन के बारे में चर्चा करने वाला हूं जिसे हम यूनेस्को के नाम से जानते हैं। नमस्कार मैं हूं विनय चलिए कुछ नया सीखते हैं। अगर आप यूनेस्को के बारे में अच्छे से जानना चाहते हैं तो पोस्ट को पूरा पढ़ें।
UNESCO ⇰ UNITED NATIONS EDUCATIONAL, SCIENTIFIC AND CULTURAL ORGANIZATION
इसी के चलते 1945 में यूनाइटेड नेशंस में एक मीटिंग बुलाई गई जिसमें 44 देशों ने हिस्सा लिया इस संगठन की स्थापना के लिए जिसे शांति का प्रतीक बताया जिससे आने वाले समय में विश्व युद्ध होने की स्थिति में उसे रोका जा सके। मीटिंग के बाद 37 देशों ने मिलकर इसकी स्थापना की और 16 नवंबर 1945 को यूनेस्को के संविधान पर हस्ताक्षर कर 4 नवंबर 1946 को इसे लागू कर दिया गया।
यूनेस्को एक ऐसा संगठन है जो पूरे विश्व में शांति बनाए रखने के लिए बहुत जरूरी है और यह विश्व की बहुत ही आकर्षक चीजों को संरक्षण प्रदान करता है। इस संगठन में 193 सदस्य देश शामिल है जिसमें 11 सहयोगी सदस्य देश और 2 पर्यवेक्षक सदस्य देश हैं जो इसका पालन करते हैं। भारत यूनेस्को का 1946 में सदस्य देश बना है।
यूनेस्को संयुक्त राष्ट्र संघ का एक हिस्सा है जिसका कार्य शिक्षा संस्कृति प्राकृतिक तथा सामाजिक विज्ञान के माध्यम से दुनिया में शांति को बनाए रखना है। यह बात 1942 के समय की है जब दुनिया विश्व युद्ध के कारण दो हिस्सों में बट गई थी तभी कुछ देशों के शिक्षा मंत्रियों ने यूनाइटेड किंगडम में एक मीटिंग किए जिसका नाम Conference Of Allied Ministry Of Education रखा।
यूनेस्को का मुख्यालय फ्रांस की राजधानी पेरिस में है जबकि पूरी दुनिया में इसके 21 राष्ट्रीय कार्यालय भी हैं।वर्तमान में यूनेस्को के महानिदेशक आंद्रे अजोले हैं।जिन्हें यह पद 13 अक्टूबर 2017 को दिया गया था इनके पहले इस पद पर इरीना बोकोवा थी।
यूनेस्को के अंतिम ब्रांड एंबेसडर मेक्सिको के Andreas romar है यूनेस्को में भारत के भी दो ब्रांड एंबेस्डर मदन जीत सिंह 2000 और सनी वर्की सन 2012 में रह चुके हैं।
हर 2 साल में इसकी एक सामान्य सभा होती है जिसमें यूनेस्को के सभी सदस्य देश और पर्यवेक्षक देश शामिल होते हैं।किसी भी विषय पर वोटिंग के लिए सभी देशों के पास कम से कम 1 वोट होता है।
यूनेस्को दुनिया भर के अलग-अलग देशों के धरोहर को विश्व धरोहर में शामिल करता है। पिंक सिटी जयपुर को 6 जुलाई 2019 को यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों की सूची में शामिल किए जाने के बाद 2019 में वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स की कुल संख्या 37 से बढ़कर 38 हो गई। जबकि 2018 में भारत में 37 यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल थे। भारत के ये यूनेस्को धरोहर स्थल संस्कृति की अप्राकृतिक विश्व विरासत के महत्व के स्थान हैं।1983 में सूची में अंकित भारत की पहली दो साइटें आगरा का किला और अजंता की गुफाएं थी। 38 यूनेस्को विरासत स्थलों में से 30 सांस्कृतिक धरोहर हैं, 7 प्राकृतिक धरोहर है और 1 मिश्रित धरोहर है।
यूनेस्को का पहला विश्व धरोहर स्थल इक्वेडोर का Galapagos Islands है। यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों की सूची को देखें तो सबसे ज्यादा 47 सत्रों के साथ इटली इसमें टॉप पर हैं।
UNESCO ⇰ UNITED NATIONS EDUCATIONAL, SCIENTIFIC AND CULTURAL ORGANIZATION
इसी के चलते 1945 में यूनाइटेड नेशंस में एक मीटिंग बुलाई गई जिसमें 44 देशों ने हिस्सा लिया इस संगठन की स्थापना के लिए जिसे शांति का प्रतीक बताया जिससे आने वाले समय में विश्व युद्ध होने की स्थिति में उसे रोका जा सके। मीटिंग के बाद 37 देशों ने मिलकर इसकी स्थापना की और 16 नवंबर 1945 को यूनेस्को के संविधान पर हस्ताक्षर कर 4 नवंबर 1946 को इसे लागू कर दिया गया।
यूनेस्को एक ऐसा संगठन है जो पूरे विश्व में शांति बनाए रखने के लिए बहुत जरूरी है और यह विश्व की बहुत ही आकर्षक चीजों को संरक्षण प्रदान करता है। इस संगठन में 193 सदस्य देश शामिल है जिसमें 11 सहयोगी सदस्य देश और 2 पर्यवेक्षक सदस्य देश हैं जो इसका पालन करते हैं। भारत यूनेस्को का 1946 में सदस्य देश बना है।
यूनेस्को संयुक्त राष्ट्र संघ का एक हिस्सा है जिसका कार्य शिक्षा संस्कृति प्राकृतिक तथा सामाजिक विज्ञान के माध्यम से दुनिया में शांति को बनाए रखना है। यह बात 1942 के समय की है जब दुनिया विश्व युद्ध के कारण दो हिस्सों में बट गई थी तभी कुछ देशों के शिक्षा मंत्रियों ने यूनाइटेड किंगडम में एक मीटिंग किए जिसका नाम Conference Of Allied Ministry Of Education रखा।
यूनेस्को का मुख्यालय फ्रांस की राजधानी पेरिस में है जबकि पूरी दुनिया में इसके 21 राष्ट्रीय कार्यालय भी हैं।वर्तमान में यूनेस्को के महानिदेशक आंद्रे अजोले हैं।जिन्हें यह पद 13 अक्टूबर 2017 को दिया गया था इनके पहले इस पद पर इरीना बोकोवा थी।
यूनेस्को के अंतिम ब्रांड एंबेसडर मेक्सिको के Andreas romar है यूनेस्को में भारत के भी दो ब्रांड एंबेस्डर मदन जीत सिंह 2000 और सनी वर्की सन 2012 में रह चुके हैं।
हर 2 साल में इसकी एक सामान्य सभा होती है जिसमें यूनेस्को के सभी सदस्य देश और पर्यवेक्षक देश शामिल होते हैं।किसी भी विषय पर वोटिंग के लिए सभी देशों के पास कम से कम 1 वोट होता है।
यूनेस्को दुनिया भर के अलग-अलग देशों के धरोहर को विश्व धरोहर में शामिल करता है। पिंक सिटी जयपुर को 6 जुलाई 2019 को यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों की सूची में शामिल किए जाने के बाद 2019 में वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स की कुल संख्या 37 से बढ़कर 38 हो गई। जबकि 2018 में भारत में 37 यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल थे। भारत के ये यूनेस्को धरोहर स्थल संस्कृति की अप्राकृतिक विश्व विरासत के महत्व के स्थान हैं।1983 में सूची में अंकित भारत की पहली दो साइटें आगरा का किला और अजंता की गुफाएं थी। 38 यूनेस्को विरासत स्थलों में से 30 सांस्कृतिक धरोहर हैं, 7 प्राकृतिक धरोहर है और 1 मिश्रित धरोहर है।
यूनेस्को का पहला विश्व धरोहर स्थल इक्वेडोर का Galapagos Islands है। यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों की सूची को देखें तो सबसे ज्यादा 47 सत्रों के साथ इटली इसमें टॉप पर हैं।
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