एशियाई विकास बैंक (ADB) एक क्षेत्रीय विकास बैंक है। जिसकी स्थापना 19 दिसम्बर 1966 को एक क्षेत्रीय विकास बैंक की स्थपना की गयी थी जिसे हम एशियाई विकास बैंक (ADB) के नाम से जानते हैं। इस बैंक की स्थापना का उद्देश्य एशिया-प्रशांत क्षेत्र में आर्थिक और सामाजिक विकास को गति देना था। आज हम ADB के बारे में विस्तृत चर्चा करेंगे। नमस्कार मैं हूँ विनय चलिए कुछ नया सीखते हैं।
1 जनवरी, 1967 को इस बैंक ने पूरी तरह से काम करना शुरू किया था। इसका मुख्यालय “मनीला”, फिलीपींस में स्थित है। इसकी अध्यक्षता हमेशा एक जापानी को दी जाती है जबकि इसके 3 डिप्टी चेयरमैन का संबंध अमेरिका, यूरोप और एशिया से होता है। एशियाई विकास बैंक के वर्तमान अध्यक्ष और एशियाई विकास बैंक के निदेशक मंडल के अध्यक्ष “ताकेहिको नकाओ” हैं जिनका संबंध जापान से है।
एशियाई विकास बैंक के ग्राहक इसके सदस्य देश हैं, जो इसके शेयरधारक भी हैं। इसके अलावा यह इक्विटी निवेश और ऋण के माध्यम से सदस्य देशों में विकास के लिए निजी उद्यमों को प्रत्यक्ष रूप से सहायता प्रदान करता है।
वर्ष 2010 में एशियाई विकास बैंक के पूंजी स्टॉक में भारत की भागीदारी 6.05% थी जिसके कारण इस बैंक की मतदान क्षमता में भारत की हिस्सेदारी 7.090% थीl सन 2015 में एशियाई विकास बैंक में भारत की शेयर हिस्सेदारी 6.5% थी जबकि जापान की हिस्सेदारी सबसे ज्यादा 15.6% थीl
1 जनवरी, 1967 को इस बैंक ने पूरी तरह से काम करना शुरू किया था। इसका मुख्यालय “मनीला”, फिलीपींस में स्थित है। इसकी अध्यक्षता हमेशा एक जापानी को दी जाती है जबकि इसके 3 डिप्टी चेयरमैन का संबंध अमेरिका, यूरोप और एशिया से होता है। एशियाई विकास बैंक के वर्तमान अध्यक्ष और एशियाई विकास बैंक के निदेशक मंडल के अध्यक्ष “ताकेहिको नकाओ” हैं जिनका संबंध जापान से है।
एशियाई विकास बैंक (ADB) के कार्य
- ADB , अपने विकासशील सदस्य देशों के आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए ऋण और इक्विटी निवेश की व्यवस्था करनाl
- विभिन्न विकास परियोजनाओं और सलाहकार सेवाओं की तैयारी और क्रियान्वयन के लिए तकनीकी सहायता प्रदान करना।
- सदस्य देशों द्वारा विकास के लिए विकास संबंधी नीतियों और योजनाओं के समन्वय में सहायता के लिए अनुरोध करने पर प्रतिक्रिया देना।
- ADB द्वारा 1974 में “एशियाई विकास निधि” का गठन किया था जिसके माध्यम से रियायती ब्याज दरों पर एशियाई देशों को ऋण प्रदान किया जाता है।
वित्तीय संस्था के रूप में सुविधाएं
बहुपक्षीय विकास को समर्थन देने वाली वित्तीय संस्था के रूप में “एशियाई विकास बैंक” निम्नलिखित सुविधाएं प्रदान करता है 👇- ऋण
- तकनीकी सहायता
- अनुदान
एशियाई विकास बैंक के ग्राहक इसके सदस्य देश हैं, जो इसके शेयरधारक भी हैं। इसके अलावा यह इक्विटी निवेश और ऋण के माध्यम से सदस्य देशों में विकास के लिए निजी उद्यमों को प्रत्यक्ष रूप से सहायता प्रदान करता है।
एशियाई विकास बैंक निम्नलिखित सहायता माध्यमों के द्वारा विकास को बढ़ावा देता है
- नीतिगत संवाद सुगम बनाना
- सलाहकार सेवाएं प्रदान करना और
- सह-वित्तपोषण के संचालन के माध्यम से वित्तीय संसाधनों को गति प्रदान करना जो आधिकारिक, वाणिज्यिक और निर्यात क्रेडिट स्रोतों को प्रोत्साहित करते हैं।
एशियाई विकास बैंक के वित्तपोषण (Funding) का स्रोत क्या है?
एशियाई विकास बैंक दुनिया के पूंजी बाजारों में बांड जारी कर धन जुटाता है। यह संस्था अपने सदस्यों के योगदान द्वारा, ऋण के माध्यम से और ऋण लेने वाले सदस्यों द्वारा वापस किए गए धन के माध्यम से धन उगाही करता है। इसके अलावा यह संस्था कई विशेष निधियों के माध्यम से ऋण और अनुदान भी प्रदान करता है।वर्ष 2010 में एशियाई विकास बैंक के पूंजी स्टॉक में भारत की भागीदारी 6.05% थी जिसके कारण इस बैंक की मतदान क्षमता में भारत की हिस्सेदारी 7.090% थीl सन 2015 में एशियाई विकास बैंक में भारत की शेयर हिस्सेदारी 6.5% थी जबकि जापान की हिस्सेदारी सबसे ज्यादा 15.6% थीl
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