Thursday, June 4, 2020

04 JUNE | FREE DAILY CURRENT AFFAIRS FOR ALL COMPETITIONS EXAM | HINDI


इस लेख में प्रमुख समाचार पत्रों, जैसे द हिन्दू , इंडियन एक्सप्रेस, लाइव मिंट, टाइम्स ऑफ़ इंडिया में प्रतिदिन प्रकाशित समाचारों को करंट अफेयर्स की फोरम में प्रस्तुत किया गया हैं। क्योंकि आप के लिए  SSC \ UPSC  की तैयारी के दौरान 2 से 3 घंटे समाचार पत्रों को दे पाना मुश्किल हो जाता हैं। इन्ही सब बातों को ध्यान में रखते हुए मैं विनय यहाँ आपको डेली करंट अफेयर्स फैक्ट के साथ उपलब्ध करवाता रहूँगा। ताकि परीक्षा की दृष्टि से कोई भी महत्त्वपूर्ण खबर छूटने न पाए। मैंने उन्हें बहुत कुशलता से व्यवस्थित किया हैं जिससे आपका समय बचेगा और आप अच्छा महसूस करेंगे। आपको बस हर रोज मेरे ब्लॉग पर आने की जरूरत हैं। आशा है की आप यहाँ की यात्रा पसंद करेंगे। ....... 



03 JUNE | FREE DAILY CURRENT AFFAIRS FOR ALL COMPETITIONS EXAM | HINDI

03 JUNE | FREE DAILY CURRENT AFFAIRS FOR ALL COMPETITIONS EXAM | HINDI

इस लेख में प्रमुख समाचार पत्रों, जैसे द हिन्दू , इंडियन एक्सप्रेस, लाइव मिंट, टाइम्स ऑफ़ इंडिया में प्रतिदिन प्रकाशित समाचारों को करंट अफे...

 बासु चटर्जी का निधन  

मशहूर फिल्मकार बासु चटर्जी ( Basu Chatterjee) का 04 जून 2020 को निधन हो गया है।  वे 93 साल के थे।  फिल्म इंडस्ट्री को कोरोना वायरस लॉकडाउन में एक बार फिर बड़ा झटका लगा है।  इरफ़ान ख़ान, ऋषि कपूर, वाजिद ख़ान के बाद अब दिग्गज निर्देशक बासु चटर्जी ने भी दुनिया का साथ छोड़ दिया।  बासु चटर्जी की निधन की ख़बर सोशल मीडिया पर लहर तरह की दौड़ गई है। 


 👉 बासु चटर्जी का जन्म 10 जनवरी 1930 को अजमेर में हुआ था।  बासु चटर्जी को उनकी अलग पहचान बनाने वाली फिल्मों के लिए जाना जाता था। 
👉उन्होंने 'चमेली की शादी', 'खट्टा मीठा', रजनीगंधा जैसी फिल्मों में अपना जादू बिखेरा था।  उनकी फिल्में मध्य वर्ग परिवारों पर आधारित होती थीं।  बासु चटर्जी का निधन मनोरंजन जगत के लिए अपूर्णनीय क्षति है। 
👉बासु चटर्जी फिल्म 'छोटी सी बात' और 'रजनीगंधा' जैसी अपनी बेहतरीन फिल्मों के लिए जाने जाते हैं।  सात बार फ़िल्म फ़ेयर अवॉर्ड और एक बार राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार का सम्मान पाने वाले बासु दा ने कुछ बंगाली फ़िल्मों का निर्देशन भी किया था। 


 
कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट का नाम बदला  


केंद्र सरकार ने 03 जून 2020 को कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट का नाम बदलकर श्यामा प्रसाद मुखर्जी न्यास करने को मंजूरी दे दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई. 25 फरवरी 2020 को हुई बैठक में कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज ने कोलकाता पोर्ट का नाम श्यामा प्रसाद मुखर्जी पोर्ट रखने का प्रस्ताव रखा था। 

कोलकाता बंदरगाह एक प्रमुख बंदरगाह होने के साथ-साथ नदी के किनारे स्थित देश का पहला बंदरगाह है।  कोलकाता पोर्ट की गिनती देश के सबसे बड़े बंदरगाह में होती है।  ये बंदरगाह ट्रस्ट द्वारा चलाया जाता है. 17 अक्टूबर 1870 से ही ये ट्रस्ट के तहत है।  कोलकाता पोर्ट को 150 साल पूरे हो चुके हैं।  इस यात्रा में यह व्यापार, वाणिज्य और आर्थिक विकास के लिए भारत का प्रवेश द्वार रहा है।  इतना ही नहीं देश की आजादी, विश्व युद्ध और सामाजिक-सांस्कृतिक परिवर्तनों का भी गवाह रहा है।  आमतौर पर, भारत के प्रमुख बंदरगाहों का नाम उस शहर के नाम पर रखा जाता है, जहां वे स्थित हैं।  हालांकि, पूर्व में कुछ बंदरगाह के नाम को कुछ विशेष मामलों में या प्रतिष्ठित नेताओं द्वारा दिए गए योगदान के कारण बदला गया है। 

 डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने ही भारतीय जनसंघ की स्थापना की थी।  डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जन्म 06 जुलाई 1901 को कलकत्ता में हुआ था।  डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जवाहर लाल नेहरू कैबिनेट में उद्योग और आपूर्ति मंत्री थे। 

 जी-7 समूह की बैठक 


अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अगली जी-7 समूह की बैठक (G-7 Summit) में शामिल होने का न्योता दिया है।  प्रधानमंत्री मोदी ने 02 जून 2020 को राष्ट्रपति ट्रंप से टेलीफोन पर बातचीत की। प्रधानमंत्री मोदी ने इस बातचीत में अमेरिका में नस्लभेद के खिलाफ चल रहे प्रदर्शनों पर चिंता भी जताई। 
 जी-7 दुनिया की शीर्ष सात विकसित अर्थव्यवस्थाओं का समूह है।  इसमें अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान और कनाडा शामिल हैं।  जलवायु परिवर्तन, सुरक्षा और अर्थव्यवस्था सहित विभिन्न वैश्विक मुद्दों पर चर्चा के लिए इन देशों के प्रमुखों की हर साल बैठक होती है।  राष्ट्रपति ट्रंप ने जी-7 की बैठक सितंबर तक के लिए स्थगित कर दी है।  उन्होंने इच्छा व्यक्त की है कि इस संगठन का विस्तार किया जाए तथा इसमें भारत और तीन अन्य देशों को शामिल किया जाए तथा इसे जी-10 या जी-11 बनाया जाए। 

 अमेरिका ने WHO  के साथ अपने संबंधों को आधिकारिक रूप से किया समाप्त 


संयुक्त राज्य अमेरिका ने विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ अपने संबंधों को आधिकारिक रूप से समाप्त कर दिया है।  अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इस 29 मई 2020 को इस बारे में घोषणा की थी। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के लिए निर्धारित इस धन को अमेरिका दुनिया भर की अन्य तत्कालिक आवश्कताओं के साथ वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए फिर से आवंटित करेगा। 



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